डॉक्टरों ने जिसे किया मृत घोषित वो रास्ते में फिर हुआ जिंदा

शिमला (वीरेन्द्र खागटा)राजधानी के मालरोड के व्यापारी को मरा हुआ मानकर परिजन चंडीगढ़ से वापस शिमला ला रहे थे लेकिन सोलन पहुंचते ही वह जी उठा। आनन-फानन में परिजनों ने उन्हें राज्य के सबसे बड़े इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया। फिलहाल व्यापारी का उपचार आईजीएमसी के पुरुष मेडिकल वार्ड में चल रहा है। हालांकि डॉक्टरों ने इनकी गंभीर हालत को देखते हुए आईसीयू में शिफ्ट कर दिया है। वहीं, परिजन इसे भगवान का चमत्कार मान रहे हैं और जी-जान से तीमारदारी में जुटे हैं।
शेरे पंजाब से स्कैंडल प्वाइंट की ओर माल रोड की पहली दुकान में श्याम सुंदर गुप्ता गिफ्ट आइट्मस बेचते हैं। लंबे समय से इन्हें सांस लेने में तकलीफ है। चंडीगढ़ के एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में श्याम सुंदर का इलाज चल रहा था। बीते दो अप्रैल को परिजन जांच के लिए श्याम सुंदर को चंडीगढ़ ले गए। यहां इन्हें भर्ती किया गया। श्याम सुंदर के बेटे सोनू ने बताया कि दो, तीन और चार अप्रैल को पिता अस्पताल में भर्ती रहे। इस दौरान उनके शरीर में कोई हरकत नहीं हुई। डॉक्टरों ने पिता के शरीर में प्राण नहीं होने की बात कही। इसलिए वह निजी अस्पताल छोड़ पीजीआई पहुंचे। पीजीआई के डॉक्टर ने जांच के बाद पिता को मृत घोषित कर दिया है। शुक्रवार को एंबुलेंस में पिता को लेकर वह शिमला लौट रहे थे। सभी परिजन हताश होकर अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुटे थे। लेकिन एकाएक सोलन के पास पहुंचते ही पिता ने टांग और पांव हिलाना शुरू किया। आंखें भी खोल दीं। तीन दिन के दौरान परिवार जिस दुख की घड़ी से गुजरा था, वह सभी दुख दूर हो गए। सोलन से पिता को घर लाने की बजाय सीधे आईजीएमसी में लेकर गए। आईजीएमसी के डॉक्टर अब पूरी गहनता से पिता के उपचार में जुटे हैं।

डॉक्टर ने कहा, शरीर में नहीं है जान
श्याम सुंदर गुप्ता की बेटी मंजू ने बताया कि तीन दिन तक उनके पिता बेसुध थे। हाथ-पांव भी नहीं हिल रहे थे। आंखें बंद थीं। चंडीगढ़ के डाक्टरों ने अपनी ओर से पिता को मृत ही घोषित कर दिया था। कहा था कि अब कोई उम्मीद नहीं है। मंजू ने बताया कि निजी अस्पताल से उम्मीद टूटने के बाद पिता को एंबुलेंस में वह पीजीआई ले गए। एंबुलेंस परिसर में खड़ी कर भाई सोनू अस्पताल से एक डॉक्टर को अपने साथ लाया। डॉक्टर ने एंबुलेंस में जांच के बाद पिता को मृत बताया।

भगवान ने दिखाया चमत्कार
बैम्लाई में दुकान चलाने वाले श्याम सुंदर गुप्ता के रिश्तेदार सुरेश ने बताया कि जब परिजनों से चंडीगढ़ में बात की तो उन्होंने बताया कि शरीर में प्राण नहीं हैं। हम शिमला लौट रहे हैं। शिमला पहुंचकर अंतिम संस्कार किया जाएगा। सुरेश ने बताया कि सोलन में भगवान ने चमत्कार दिखाया है। सभी रिश्तेदार श्याम सुंदर के स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं।

आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश ने बताया कि श्याम सुंदर गुप्ता को पुरुष मेडिकल यूनिट से आईसीयू में शिफ्ट कर दिया है। डॉक्टर गहनता से जांच कर रहे हैं।

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